युसूफ पठान :- संवाददाता वर्धा
वर्धा, देवली पुलिस ने एक ऑटो चालक के घर हुई चोरी की गुत्थी को महज चार घंटे में सुलझा लिया है। हैरान करने वाली बात यह है कि चोरी किसी और ने नहीं, बल्कि पीड़ित के पोते ने ही की थी। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और चोरी की गई पूरी राशि भी बरामद कर ली गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुमताज खान मोहम्मद खान पठान (68), जो कि एक ऑटो चालक हैं और वैगांव निपानी के रहने वाले हैं, ने मंगलवार, 2 सितंबर, 2025 को देवली पुलिस स्टेशन में अपने घर में चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। मुमताज खान ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपने ऑटो की किस्त चुकाने के लिए ₹49,000 अपने घर की लोहे की अलमारी में रखे थे। जब वे सुबह अपने ऑटो के साथ घर से बाहर निकले और उनकी पत्नी भी पड़ोस में गई हुई थीं, तभी किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनके घर में घुसकर ये पैसे चुरा लिए। शिकायत के आधार पर, पुलिस ने तुरंत भारतीय दंड संहिता की धारा 331 (3) और 305 (ए) के तहत अपराध क्रमांक 688/25 के तहत चोरी का मामला दर्ज किया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अनुराग जैन और पुलगांव उप-विभागीय पुलिस अधिकारी पुलगांव के मार्गदर्शन में तुरंत जांच शुरू की गई। पीओ अमोल मंडलकर, थानेदार, पी.एस.टी. देवली के निर्देशन में पीओ स्वप्निल वाटकर (बी.एन. 1496), अमोल अलवाडकर (बी.एन. 1470), और नितेश पाटिल (बी.एन. 1567) की एक टीम गठित की गई। टीम को उनके मुखबिरों से विश्वसनीय सूचना मिली कि एक व्यक्ति मोहम्मद राजा खान जफर खान पठान (वैगांव निपानी, वार्ड नं. 04), जो कि मुमताज खान का पोता है, हाल ही में गांव में बेहिसाब पैसा खर्च कर रहा था और वह वर्धा के बोरगांव मेघे में अपने मामा के घर गया हुआ है। इस जानकारी के आधार पर, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी मोहम्मद राजा खान को बोरगांव मेघे से हिरासत में लिया।
सख्ती से पूछताछ करने पर, मोहम्मद राजा खान ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसे पता था कि उसके दादा मुमताज खान ने हाल ही में अपना मकान बेचा है और उनके पास पैसे हैं। उसने यह भी स्वीकार किया कि 2 सितंबर, 2025 को सुबह 9 बजे, जब घर में कोई नहीं था, तब वह घर में घुस गया और लोहे की अलमारी से ₹49,000 चुरा लिए। पुलिस ने आरोपी से चोरी की गई पूरी राशि जब्त कर ली और उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की इस तत्परता और लगन के कारण चोरी का मामला दर्ज होने के महज 4 घंटे के भीतर ही आरोपी की पहचान हो गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया, जिससे पुलिस के सराहनीय काम की प्रशंसा हो रही है।



