दुकानदारों का आरोप “वरिष्ठ अधिकारियों को मैनेज करती हूँ’, कहकर धमकाती है आपूर्ति निरीक्षक
पालकमंत्री ने लिया संज्ञान, दोषी अधिकारियों पर होगी सख्त कारवाई
ब्यूरो|वर्धा. विदर्भ विभाग युसूफ पठाण
वर्धा तहसील कार्यालय में खाद्य आपूर्ति निरीक्षक मनीषा माजरखेड़े पर भ्रष्टाचार और मनमानी के गंभीर आरोप लगे हैं। स्थानीय राशन दुकानदारों ने पालकमंत्री डॉ. पंकज भोयर को एक ज्ञापन सौंपकर उन्हें पद से हटाने की मांग की है। दुकानदारों का आरोप है कि आपूर्ति निरीक्षक न केवल दुकानदारों से अवैध वसूली कर रही हैं, बल्कि सरकारी अनाज वितरण प्रणाली में भी बड़े पैमाने पर हेराफेरी कर रही हैं।
दुकानदारों ने अपने ज्ञापन में आरोप लगाया है कि मनीषा माजरखेड़े हर महीने वरिष्ठ अधिकारियों को मोटी रकम देकर सब कुछ “मैनेज’ करने का दावा करती हैं। उन पर प्रति क्विंटल 15 से 20 रुपये की उगाही करने, नए राशन कार्ड बनवाने हेतु केसरी कार्ड के लिए 2,000 और अंत्योदय कार्ड के लिए 5,000 रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है। यह भी आरोप लगाया गया है कि वह पैसे लेकर मनमाने ढंग से दुकानें जोड़ और हटा रही हैं और जिन दुकानों को निलंबित करने की धमकी देती हैं उनसे एक लाख रुपये तक की मांग करती हैं।
दुकानदारों ने यह भी बताया कि सरकारी अनाज गोदामों से आने वाले 50 किलो अनाज के बोरे में से 500 ग्राम से 1 किलो तक अनाज कम निकलता है। जब इसकी शिकायत की जाती है, तो गोदाम प्रबंधक सीधे यह कह देता है कि यह सब निरीक्षण अधिकारी के निर्देश पर होता है। दुकानदारों का कहना है कि कमीशन समय पर नहीं मिलने से उनकी आजीविका भी प्रभावित हो रही है और ऐसे में वे इस उत्पीड़न से बेहद परेशान हैं। स्थानीय दुकानदारों ने पालकमंत्री डॉ. पंकज भोयर से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की अपील की है। डॉ। भोयर ने दुकानदारों से थोडा समय माँगा है और निरिक्षण समिति का गठन कर दोषी अधिकारीयों के खिलाफ सख्त कार्यवाही का आश्वाशन दिया है।


