संवाददाता:- युसूफ पठाण
आम नागरिक का रोड पर चलना खतरा मोल लेने जैसा
नगर पालिका प्रशासन धृतराष्ट्र की भूमिका में
वर्धा कहने को तो जिला है किंतु इस जिला की हालत इसकी देखरेख करने का जिम्मा रहने वाले नगर पालिका प्रशासन की घृतराष्ट्र की भूमिका के कारण आम नागरिक के परेशानी का सबब बन रहा है बड़े दिनों की गर्मी के बाद बारिश के आगमन से जहां लोगों ने राहत की सांस ली तो दूसरी और इसी बारिश की वजह से शहर में घूमने वाले आवारा पशुओं ने मुख्य सड़क चौक चौराहे को अपना आशियाना बनाकर दिनभर बसेरा कर लिया है इन मौकाट पशुओं के कारण रहा चल रहे नागरिकों के साथ साथ स्कूल के छात्रों और महिलाओं के लिए यह किसी भी समय अपघात को निमंत्रण देने जैसा है आवारा पशुओं की आपस की लड़ाई में तो यह खतरा इतना ज्यादा हो जाता है कि इसके परिणाम ही इसकी गवाही दे सकते है

वर्धा के निर्मल बेकरी चौक ,बजाज चौक,बस स्थानक परिसर,सरकारी अस्पताल,इतवारा चौक, न्यू इंग्लिश स्कूल,केसरीमल स्कूल और आर्वी नाका परिसर आदि इनके बसेरे के मुख्य स्थान बन चुके है सवाल यह है कि आम नागरिक को यह दिख रहा लेकिन नगरपालिका प्रशासन को क्यों दिखाई नहीं दे रहा की इन आवारा पशुओं का बंदोबस्त बरसात से पूर्व हर साल करे जिन लोगों के आवारा पशु है उनको सूचना देकर हटवाए अन्यथा मोकाट जानवरों को बंदी बनाकर शहर से दुर छोड़कर जनता को निजाद दिलाए ऐसी नागरिकों की मांग है








